ग़ैर - मुस्लिम भाषा - वैज्ञानिको की सहमती है की अरबी साहित्य का श्रेष्ठ सर्वोत्तम नमूना पवित्र कुरआन है , यानि इस ज़मीं पर अरबी साहित्य का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण कुरआन - ए- पाक ही है . मानवजाति को पवित्र कुरान की चुनौती है की इन क़ुरआनी आयातों ( वाक्यों ) के सामान कुछ बना कर दिखाए उसकी चुनौती है .
" और अगर इस मामले में संदेह हो कि यह किताब जो हमने अपने बन्दे पर उतारी है, यह हमारी है या नहीं तो इसकी तरह एक ही सूरत ( क़ुरआनी आयात ) बना लाओ , अपने सभी साथियों को बुला लो , एक अल्लाह को छोड़ कर , शेष जिस - जिस की चाहो मदद ले लो ,अगर तुम सच्चे हो तो यह काम कर दिखाओ , लेकिन अगर तुमने ऐसा नहीं किया और यक़ीनन कभी नहीं कर सकते , तो डरो उस आग से जिसका इंधन बनेगे इन्सान और पत्थर जो तैयार कि गयी है सत्य को न मानने वालो के लिए
( अल - कुरान : सुरह 2 , आयात 23 से 24 )
पवित्र कुरआन स्पष्ट शब्दों में सम्पूर्ण मानवजाती को चुनौती दे रहा है कि वह ऐसी ही एक सुर: बना कर तो दिखाए जैसी कि कुरआन में कई स्थानों पर दर्ज है . सिर्फ एक ही ऐसी सूरत बनाने की चुनौती जो अपने भाषा सौन्दर्य, मृदभाषिता ,अर्थ की व्यापकता और चिन्तन की गहराई में पवित्र कुरआन की बराबरी कर सके , आज तक पूरी नहीं की जा सकी .
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