साभार: डा. जाकिर नाइक : कुरआन और विज्ञान
आकाशगंगा की उत्पत्ति से पूर्व प्रारंभिक वायुगत - रसायन वैज्ञानिक इस बात पर सहमत हैं कि सृष्टि में आकाशगंगाओं के निर्माण से पहले भी , सृष्टि का सारा द्रव्य एक प्रारम्भिक वायुगत रसायन ( Gas ) की अवस्था में था, संक्षिप्त यह कि आकाशगंगा निर्माण से पहले वायुगत - रसायन अथवा व्यापक बादलों के रूप में मौजूद था जिसे आकाशगंगा के रूप में निचे आना था . सृष्टि के इस प्रारम्भिक द्रव्य के विश्लेषण में गैस से अधिक उपयुक्त शब्द " धुआं " है. निम्नांकित आयतें कुरान में सृष्टि की इस अवस्था को " धुआं " शब्द से रेखांकित किया है .
" फिर वह असमान कि और ध्यान आकर्षित किया जो उस समय धुआं था, उस ( अल्लाह ) ने आसमान और ज़मीन को कहा : अस्तित्व में आजाओ , चाहे तू चाहो या न चाहो " दोनों ने कहा : हम आ गये फर्माबर्दारों ( आज्ञाकारी लोगों ) की तरह ". ( कुरआन : सुर: 41 , आयत 11)
एक बार फिर यह यथार्थ भी ' बिग बैंग" के अनुकूल है , जिसके बारे हज़रत मुहम्मद मुस्तफा ( स.अ.व.) की पैगम्बरी से पहले किसी को कुछ ज्ञान नहीं था . ( बिग बैंग दृष्टिकोण बीसवीं सदी यानि पैग़म्बर - काल के 1300 वर्ष बाद की पैदावार है )
, अगर हम इस युग में कोई भी इसका जानकार नहीं था तो फिर इस ज्ञान का स्रोत क्या हो सकता है ?
ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है.
ReplyDeleteअच्छी पोस्ट...
ReplyDeleteइस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
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